PM Vishwakarma Yojana: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन, रजिस्ट्रेशन और लाभ

PM Vishwakarma Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरणों की सुविधा प्रदान करना है। इस योजना के तहत 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को विशेष लाभ दिए जाएंगे, जिससे वे अपने व्यवसाय को और अधिक विकसित कर सकें।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की पहचान को मजबूत करना, उनकी दक्षता को बढ़ाना और उनके पारंपरिक व्यवसायों को संरक्षित करना है। सरकार लाभार्थियों को ₹15,000 से लेकर ₹3,00,000 तक का ऋण भी प्रदान करेगी, जिससे वे अपने कारोबार को बढ़ा सकें और आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।

पीएम विश्वकर्मा योजना की मुख्य विशेषताएँ

  • योजना का नाम: पीएम विश्वकर्मा योजना 2025
  • शुरुआत की तारीख: 17 सितंबर 2023
  • लाभार्थी: पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार
  • लोन की राशि: ₹15,000 से ₹3,00,000 तक
  • प्रशिक्षण भत्ता: ₹500 प्रतिदिन
  • अनुदान: टूलकिट खरीदने के लिए वित्तीय सहायता
  • आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन आवेदन
  • आधिकारिक वेबसाइट: https://pmvishwakarma.gov.in

पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ

विशेष प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र

योजना के तहत लाभार्थियों को विशेष कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और डिजिटल आईडी कार्ड मिलेगा, जिससे उन्हें विभिन्न सरकारी लाभ और प्रोत्साहन मिल सकें।

बिना गारंटी के लोन सुविधा

सरकार इस योजना के तहत बिना किसी गारंटी के ₹3,00,000 तक का ऋण प्रदान करेगी। यह कारीगरों और शिल्पकारों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने और आवश्यक संसाधनों की खरीद में मदद करेगा।

टूलकिट प्रोत्साहन

सरकार आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जिससे कारीगरों की उत्पादकता बढ़ेगी और वे अपने व्यवसाय को और अधिक कुशलता से चला सकेंगे।

डिजिटल सशक्तिकरण और ब्रांडिंग सहायता

डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके अलावा, कारीगरों को उनके उत्पादों की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के लिए एक मंच मिलेगा, जिससे उनकी बिक्री में बढ़ोतरी होगी।

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता

इस योजना में 18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोग आवेदन कर सकते हैं

  • बढ़ई (सुथार/बढ़ाई)
  • नाव निर्माता
  • कवच बनाने वाले
  • लोहार
  • हथौड़ा और टूल किट निर्माता
  • ताला बनाने वाले
  • सुनार (सोनार)
  • कुम्हार (कुंभकार)
  • मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाले)
  • मोची (जूता कारीगर)
  • राजमिस्त्री
  • टोकरी, चटाई, झाड़ू निर्माता
  • गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक)
  • नाई
  • माला निर्माता
  • धोबी
  • दर्जी
  • मछली पकड़ने का जाल निर्माता

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया

यदि आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें

  • आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: https://pmvishwakarma.gov.in
  • होमपेज पर ‘ऑनलाइन आवेदन’ के विकल्प पर क्लिक करें
  • आवश्यक विवरण और मोबाइल नंबर दर्ज करें
  • जरूरी दस्तावेज अपलोड करें
  • फॉर्म जमा करें और पावती रसीद डाउनलोड करें
  • आवेदन की स्थिति जानने के लिए ‘आवेदन की स्थिति’ विकल्प पर क्लिक करें और आवेदन नंबर दर्ज करें

पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • व्यवसाय प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक खाता विवरण

पीएम विश्वकर्मा योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

ऋण वितरण प्रक्रिया

इस योजना के तहत पहले चरण में लाभार्थियों को ₹1,00,000 तक का ऋण 5% ब्याज दर पर मिलेगा। यदि कारीगर समय पर ऋण चुकाते हैं, तो उन्हें दूसरे चरण में ₹2,00,000 तक का ऋण मिलेगा, जिससे वे अपने व्यवसाय को और अधिक बढ़ा सकें।

योजना के तहत प्रशिक्षण केंद्र

सरकार देशभर में विभिन्न प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर रही है, जहां कारीगरों को मुफ्त में आधुनिक तकनीकों और नए उपकरणों का उपयोग करना सिखाया जाएगा।

योजना की समय सीमा

इस योजना के तहत आवेदन करने की कोई अंतिम तिथि अभी तक घोषित नहीं की गई है, लेकिन पात्र कारीगरों को जल्द से जल्द आवेदन करने की सलाह दी जाती है ताकि वे इस योजना का अधिकतम लाभ उठा सकें।

निष्कर्ष

पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक बड़ा अवसर है। इस योजना के तहत सरकार न केवल आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उनके पारंपरिक कौशल को संरक्षित करने और उनके व्यवसाय को डिजिटल युग के अनुरूप विकसित करने का प्रयास कर रही है। यदि आप इस योजना के पात्र हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और इस सरकारी सहायता का लाभ उठाएं।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई जानकारी की पूर्णता या सटीकता की हम कोई गारंटी नहीं देते। कृपया किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।